कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत, PF ट्रांसफर अब होगा और भी आसान, जानिए नया तरीका EPFO

By Meera Sharma

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EPFO: आजकल नौकरी बदलना आम बात हो गई है। नए अवसरों की तलाश में लोग अक्सर एक कंपनी से दूसरी कंपनी में जाते रहते हैं। लेकिन नौकरी बदलने के साथ एक बड़ी समस्या होती थी – भविष्य निधि यानि पीएफ का ट्रांसफर। पुराने समय में यह प्रक्रिया इतनी जटिल और समय लेने वाली थी कि कई कर्मचारी इसे टालते रहते थे। कई बार पीएफ ट्रांसफर में महीनों लग जाते थे और कर्मचारियों को बार-बार पुरानी कंपनी के चक्कर लगाने पड़ते थे।

ईपीएफओ का क्रांतिकारी कदम

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने कर्मचारियों की इस परेशानी को समझते हुए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने पीएफ ट्रांसफर प्रक्रिया को पूरी तरह से ऑनलाइन और स्वचालित (ऑटोमेटेड) बना दिया है। अब कर्मचारी खुद ही अपने घर बैठे, कुछ सरल चरणों में अपना पीएफ एक कंपनी से दूसरी कंपनी में ट्रांसफर कर सकते हैं। इस नई प्रणाली में पुरानी कंपनी के चक्कर लगाने या HR विभाग से बार-बार संपर्क करने की जरूरत नहीं है।

नई ऑनलाइन प्रक्रिया का तरीका

नई प्रक्रिया के अंतर्गत, कर्मचारी को सबसे पहले ईपीएफओ की आधिकारिक वेबसाइट यानि यूनिफाइड मेंबर पोर्टल पर जाना होगा। वहां अपने यूएएन (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) और पासवर्ड के माध्यम से लॉगिन करना होगा। लॉगिन के बाद ‘ऑनलाइन सर्विसेज’ सेक्शन में जाकर ‘वन मेंबर – वन ईपीएफ अकाउंट (ट्रांसफर रिक्वेस्ट)’ का विकल्प चुनना होगा। फिर अपना पिछला और वर्तमान नियोक्ता (एम्प्लॉयर) चुनना होगा, जिसके बाद आधार से जुड़े मोबाइल पर ओटीपी आएगा। इस ओटीपी को दर्ज करने के बाद सबमिट बटन दबाते ही ट्रांसफर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

पुरानी और नई प्रक्रिया में अंतर

पहले की प्रक्रिया के मुकाबले नई प्रक्रिया में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। पहले जहां पूरी प्रक्रिया मैनुअल थी और इसमें 2-3 महीने तक का समय लगता था, वहीं अब यह पूरी तरह से ऑनलाइन है और मात्र 7-15 दिनों में पूरी हो जाती है। पहले नियोक्ता की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण थी और उनके बिना काम आगे नहीं बढ़ता था, लेकिन अब नियोक्ता का न्यूनतम हस्तक्षेप है। कर्मचारी की सुविधा पहले सीमित थी, अब वह अधिकतम है। इसके अलावा, अपडेट ट्रैकिंग, दस्तावेज़ीकरण और शिकायत निवारण जैसी प्रक्रियाएँ भी अब पूरी तरह से डिजिटल हो गई हैं।

नए तरीके के फायदे

ईपीएफओ के इस नए कदम से कर्मचारियों को कई फायदे हुए हैं। सबसे बड़ा फायदा समय की बचत है। अब किसी को महीनों इंतजार नहीं करना पड़ेगा, ज्यादातर मामलों में 7-15 दिन में ट्रांसफर हो जाएगा। दूसरा बड़ा फायदा पारदर्शिता है। पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन ट्रैक किया जा सकता है और हर स्टेज पर अपडेट मिलता रहेगा। तीसरा, अब कर्मचारियों को न तो नियोक्ता के चक्कर लगाने पड़ेंगे और न ही फॉर्म भरने की झंझट झेलनी पड़ेगी। साथ ही, डिजिटल प्रक्रिया होने से डेटा पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा।

वास्तविक अनुभव से जानें फायदे

एक उदाहरण से इस प्रक्रिया के फायदों को समझा जा सकता है। पुरानी प्रक्रिया में एक कर्मचारी को अपना पीएफ ट्रांसफर कराने में तीन महीने का समय लगा था। उसे बार-बार पुराने ऑफिस में मेल करना पड़ा और कई बार एचआर से मिलना पड़ा, जिससे वह काफी परेशान हुआ था। लेकिन नई प्रक्रिया में एक कर्मचारी ने मात्र दस दिन में अपना पीएफ ट्रांसफर करा लिया। उसने सिर्फ एक बार ऑनलाइन रिक्वेस्ट डाली और बाकी का सारा काम स्वचालित रूप से हो गया। यह उदाहरण साफ दिखाता है कि ईपीएफओ ने वाकई एक क्रांतिकारी सुधार किया है।

सफल पीएफ ट्रांसफर के लिए महत्वपूर्ण जानकारी

पीएफ ट्रांसफर प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। सबसे पहले, आपका यूएएन एक्टिवेटेड होना चाहिए और वह आधार से लिंक होना चाहिए। आपका मोबाइल नंबर अपडेट होना जरूरी है ताकि ओटीपी समय पर मिल सके। बैंक अकाउंट की जानकारी सही होनी चाहिए ताकि कोई दिक्कत न आए। पुराना और नया दोनों नियोक्ताओं का पीएफ अकाउंट एक्टिव होना चाहिए। अगर कोई समस्या आती है तो ईपीएफओ की शिकायत वेबसाइट पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

पीएफ ट्रांसफर प्रक्रिया से जुड़े कुछ सामान्य प्रश्न हैं जिनके बारे में जानकारी होना जरूरी है। सबसे पहले, पीएफ ट्रांसफर के लिए कोई फीस नहीं देनी होती है, यह सेवा पूरी तरह से मुफ्त है। ट्रांसफर रिक्वेस्ट की स्थिति को रिक्वेस्ट डालने के 2-3 दिन बाद से देखा जा सकता है। अगर आपका मोबाइल नंबर बदल गया है तो ईपीएफओ पोर्टल पर जाकर नया मोबाइल नंबर अपडेट करना होगा। नई प्रक्रिया में दो पीएफ अकाउंट भी मर्ज किए जा सकते हैं।

ईपीएफओ द्वारा पीएफ ट्रांसफर प्रक्रिया को सरल और डिजिटल बनाना लाखों कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत है। यह कदम न केवल समय की बचत करेगा बल्कि कामकाज में पारदर्शिता भी लाएगा। यह डिजिटल भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है जो दर्शाता है कि कैसे तकनीक का उपयोग कर प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल बनाया जा सकता है। अगर आप भी नौकरी बदलने वाले हैं या हाल ही में बदली है, तो इस नए तरीके का लाभ अवश्य उठाएं और बिना किसी तनाव के अपना पीएफ ट्रांसफर कराएं।

Disclaimer

यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। पीएफ ट्रांसफर प्रक्रिया में किसी भी बदलाव या अपडेट के लिए ईपीएफओ की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर नवीनतम जानकारी प्राप्त करें। लेख में दी गई जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी कार्य के लिए लेखक या प्रकाशक जिम्मेदार नहीं होंगे।

Meera Sharma

Meera Sharma is a talented writer and editor at a top news portal, shining with her concise takes on government schemes, news, tech, and automobiles. Her engaging style and sharp insights make her a beloved voice in journalism.

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